About the Author
Lokesh Abrol or Dr. Lokesh Abrol is doctor , traveller and social entrepreneur who loves India and likes writing about different places.
About the Lesson
The lesson gives us a beautiful insight About a place named Coorg in Karnataka and is famous for coffee , rainforests and spices . It lies geographically between Mysore and Mangalore in the smallest district of Karnataka . The place has an amazing weather throughout the year with enough rain during the monsoon season . The people of Coorg are known to be one of the bravest . Coffee is the main crop grown in this region . A variety of animals can found here while the place is surrounded by beautiful Brahmagiri Hills .
Coorg II -by Lokesh Abro
Coorg is coffee country , famous for its rainforests and spices . Midway between Mysore and the coastal town of Mangalore sits a piece of heaven that must have drifted from the kingdom of god . This land of rolling hills is inhabited by a proud race of martial men , beautiful women and wild creatures . Coorg , or Kodagu , the smallest district of Karnataka , is home to evergreen rainforests , spices and coffee plantations . Evergreen rainforests cover thirty per cent of this district . During the monsoons , it pours enough to keep many visitors away . The season of joy commences from September and continues till March .
कुर्ग कॉफी वाला गाँव है जो वर्षा वनों और मसालों के लिए प्रसिद्ध है । मैसूर और तटीय कस्बे मंगलौर के बीच रास्ते में एक स्वर्ग का टुकड़ा स्थित है । अवश्य ही भगवान के साम्राज्य से हवा द्वारा उड़ाकर लाया गया होगा । इस घुमावदार पहाड़ियों की धरती पर लड़ाके लोगों की नस्लें , सुंदर औरतें तथा जंगली जीव निवास करते हैं । कुर्ग या कोडागु , कर्नाटक का सबसे छोटा जिला , सदाबहार वर्षा जगलों , मसालों और कॉफी बागानों का घर है । सदाबहार वर्षा वन इस जिले का 30 प्रतिशत भाग को ढकते है । मानसून के समय , वर्षा की बौछारे बहुत से पर्यटक को दूर रखने के लिए प्र्याप्त होती हैं । आनंद की ऋतु सिसम्बर से आती हैं और मार्च तक निरंतर रहती है ।
The weather is perfect , with some showers thrown in for good measure . The air breathes of invigorating coffee . Coffee estates and colonial bungalows stand tucked under tree canopies in prime corners . The fiercely independent people of Coorg are possibly of Greek or Arabic descent . पर्याप्त मात्रा में वर्षा होने के कारण मौसम बहुत अच्छा होता है । हवा में ताजगी प्रदान करने में कॉफी की महक होती है । कॉफी एस्टेट उपनिवेशी बंगले पेड़ों की छतरी के नीचे एकान्त में सिमटे खड़े हैं । कुर्ग के अत्यधिक स्वतंत्र लोग संभवतः यूनानी अथवा अरबी वंशज हैं ।
As one story goes , a part of Alexander's army moved south along the coast and settled here when return became impractical . These people married amongst the locals and their culture is apparent in the martial traditions , marriage and religious rites , which are distinct from the Hindu mainstream . The theory of Arab origin draws support from the long , black coat with an embroidered waist - belt worn by the Kodavus . Known as kuppia , it resembles the kuffia worn by the Arabs and the Kurds .
जैसे कि एक कहानी बताती है कि सिकन्दर की सेना का एक भाग दक्षिण की ओर समुद्र तट तक आ गया था और जब उनका वापस लौटना अव्यवहारिक हो गया था , तो वे वहीं बस गए । इन लोगों ने स्थानीय लोगों से विवाह कर लिये और उनकी संस्कृति जो स्पष्ट रूप से लड़ाका परंपराओं , शादी और धार्मिक रिवाजों वाली है । जो हिन्दू मुख्य धारा से अलग हैं । कोडावु लोगों द्वारा पहने जाने वाले कमरबंद के साथ जो कुपिया के नाम से जाना जाता है , अरबियों एवं कुर्दों द्वारा पहने जाने वाले कुपिया जैसे मिलते जुलते हैं
Coorgi homes have a tradition of hospitality , and they are more than willing to recount numerous tales of valour related to their sons and fathers . The Coorg Regiment is one of the most decorated in the Indian Army , and the first Chief of the Indian Army , General Cariappa , was a Coorgi . Even now , Kodavus are the only people in India permitted to carry firearms without a licence . The river , Kaveri , obtains its water from the hills and forests of Coorg . Mahaseer - a large freshwater fish — abound in these waters . Kingfishers dive for their catch , while squirrels and langurs drop partially eaten fruit for the mischief of enjoying the splash and the ripple eli in the clear water . Elephants enjoy being bathed and scrubbed in the river by their mahouts .
कुर्गी घरों में मेहमाननवाजी की परंपरा है और ये अपने बेटों एवं पिताओं से संबंधित बहादुरी की कहानियों को सुनाने की बात ज्यादा इच्छा रखते हैं । कुर्ग रेजीमेंट भारतीय सेना में सर्वाधिक सुसज्जित है , और भारतीय सेना का पहला जनरल करियप्पा एक कुगे । आज भी केवल कोडायु लोगों को बिना लाइसेंस के हथियार रखने की इजाजत है । कावेरी नदी को इसका पानी कुर्ग की पहाड़ियों और जंगलों से प्राप्त होता है । महासीर मछली इस पानी में काफी संख्या में पाई जाती है । किंगफिशर पक्षी उनका शिकार करने के लिए गोते लगाता है , जबकि गिलहरियों और संगूर आधे खाए हुए फल साफ पानी में पानी की आवाज और लहरों के चलने का आनंद लेने के लिए फेंकते हैं । हाथी अपने महावतों द्वारा नहलाए जाने और नदी में गई जाने का आनन्द लेते हैं ।
The most laidback individuals become converts to the life of high - energy adventure with river rafting , canoeing , rappelling rock climbing and mountain biking . Numerous walking trails in this region are a favourite with trekkers . Birds , bees and butterflies are there to give you company . Macaques , Malabar squirrels , langurs and slender loris keep a watchful eye from the tree canopy . I do , however , prefer to step aside for wild elephants . सबसे अधिक आराम में रहने वाले लोग , लकड़ी का प्लेटफार्म चलाने , लम्बी नाव खेने , ऊंची चट्टानों से नीचे उतरने , चट्टानों पर चढ़ने और पहाड़ों पर मोटरसाइकिल चलाने जैसे साहसिक काम करने वाले बन जाते हैं । विभिन्न पगडंडियाँ इस इलाके में बैलगाड़ी की सवारी करने वालों की प्रिय है । वहाँ पर आपका साथ देने के लिए पक्षी , मधुमक्खियाँ और तितलियाँ हैं । मैकाक ( एक प्रकार का बंदर ) मालाबार की गिलहरियाँ , लंगूर और दुबला लोरी पक्षी पेड़ों की छतरी में से ध्यानपूर्वक चौकसी करते रहते हैं । फिर भी मैं जंगली हथियों से बचना ( दूर रहना ) पसंद करता हूँ ।
The climb to the Brahmagiri hills brings you into a panoramic view of the entire misty landscape of Coorg . A walk across the rope bridge leads to the sixty - four - acre island of Nisargadhama Running into Buddhist monks from India's largest Tibetan settlement , at nearby Bylakuppe , is a bonus . The monks , in red ochre and yellow robes , are amongst the many surprises that wait to be discovered by visitors searching for the heart and soul of India Basket seller from Coorg right here in Coorg
ब्रह्मगिरी पहाड़ियों पर चढ़ने पर कुर्ग की धुंध से पूर्ण धरती का नजारा दिखाई देता है । रस्सियों के पुल पर चलकर चौंसठ एकड़ का निसारगधामा टापू आता है । बिलाकुपे के आस - पास , भारत की सबसे बड़ी तिब्बती लोगों की बस्ती तथा बौद्ध भिक्षुकों से मिलने का अलग लाभ ( फायदा ) होता है । लाल गेंरूए और पीले कपड़े पहने हुए भिक्षुक अनेकों अजूबों में से एक हैं जो उन यात्रियों के द्वारा पाए जाने का इन्तजार करते हैं जो भारत के दिल और आत्मा को ठीक यहाँ कुर्ग में तलाशते हैं ।
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