The Ball Poem - by John Berryman Hindi explanation first flight english 10


About the Poet 

John Allyn McAlpin Berryman was an American poet and scholar. He was a major figure in American poetry in the second half of the 20th century and is considered a key figure in the "confessional" school of poetry. His best-known work is The Dream SongsLearn more

Central Ideal Of The Poem

This poem describes the reality of which everyone has to face one day . It has touched the topic of how to stand up against the miseries and sorrows of life . In this poem A boy loses a ball . He is very upset . A ball doesn't cost much , nor is it difficult to buy another ball . But thing which matters was the pain of losing the old.

The Ball  Poem - by John Berryman 

What is the boy now , who has lost his ball , 
What , what is he to do ? I saw it go 
Merrily bouncing , down the street , and then
 Merrily over - there it is in the water ! 

(एक लड़का एक गेंद खो देता है । वह बहुत परेशान है । एक गेंद पर ज्यादा खर्च नहीं होता है और न ही दूसरी गेंद को खरीदना मुश्किल है । फिर लड़का इतना परेशान क्यों है )

अनुवाद -अब वह लड़का क्या करता जिसने अपनी  गेंद खो दी है ? अब वह क्या करने वाला है ? मैंने(कवि ने ) उसे  (गेंद को) प्रसन्नतापूर्वक उछलते हुए और गली में जाते हुए देखा । बाद में गेंद खुशी से उछलती हुई पानी में चली गई ।


 No use to say ' Othere are other balls  
An ultimate shaking grief fixes the boy 
As he stands rigid , trembling , staring down 
All his young days into the harbour where His ball went .

 यह कहने से कोई फायदा नहीं कि  दूसरी गेंदें भी हैं , एक परेशान कर देने वाला गहरा चरम दुःख उस लड़के को उस समय जड़वत् कर देता है , जब वह कठोरता से काँपते हुए अपने बचपन के दिनों को याद करता हुआ उस बन्दरगाह को घूरते हुए खड़ा होता है जहाँ पर उसकी गेंद चली गई ।

 

I would not intrude on him ;
 A dime , another ball , is worthless . 
Now He senses first responsibility
 In a world of possessions . 
People will take Balls , balls will be lost always , little boy

 कवि कहता है कि मैं उस (लड़के ) पर हस्त्छेप नही करूंगा कि  उसे ( गेंद खरीदने के लिए ) एक सेन्ट का सिक्का देना या दूसरी गेंद लेना  व्यर्थ है । लेकिन वह संपत्ति  से भरे संसार में प्रथम उत्तरदायित्व का अनुभव करता है । लोग गेंदें खरीदते रहेंगे और छोटे लड़के तो हमेशा खोते रहेंगे ।


 And no one buys a ball back . Money is external . 
He is learning , well behind his desperate eyes , 
The epistemology of loss , how to stand up 
Knowing what every man must one day know 
And most know many days , how to stand up . 
और कोई भी खोई हुई गेंद को नहीं खरीद सकता । धन एक  बाहरी वस्तु  है । 
 वह अपनी निराश आँखों से सीख रहा है , वह खोने के ज्ञानशास्त्र को सीख रहा है । इसका कैसे सामना किया जाये । वह सीख रहा है कि उस स्थिति का सामना किस प्रकार किया जाये जो प्रत्येक व्यक्ति के सामने एक न एक दिन आनी ही है , और अधिकांश लोग उस स्थिति का सामना करना सीखने में बहुत दिन लगा देते हैं ।




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